Educational Poem
भारत से मैं आया हूँ,न काम है न वक़्त है,,
बेरोजगार हैं नाम मेरा,मिजाज़ थोडा सख्त है....
बेरोजगार हैं नाम मेरा,मिजाज़ थोडा सख्त है....
डिप्लोमा डिग्री,और प्रशिक्षण भी लिया है मैंने,,
था पढ़ने में होशियार,डिवीज़न भी फर्स्ट है....
था पढ़ने में होशियार,डिवीज़न भी फर्स्ट है....
कहा किसी ने फ़्रेशर और कहीं अनुभवहीन,,
भला हो कैसे ये अनुभव,इतना मेरा कष्ट है....
भला हो कैसे ये अनुभव,इतना मेरा कष्ट है....
एक ओर कोशिश करते है,सरकारी फॉर्म भरते है,,
सिफारिश भी हो पैसा भी हो,दिखता यहाँ स्पस्ट है....
सिफारिश भी हो पैसा भी हो,दिखता यहाँ स्पस्ट है....
ना निजी ना सरकारी,उम्र बीत गई अब सारी,,
हो गए हो ओवरऐज,अब कहता कंप्यूटर दुष्ट है....
हो गए हो ओवरऐज,अब कहता कंप्यूटर दुष्ट है....
क्या मांगू सरकार से,क्या देगी सरकार ये,,
सत्ता विपक्षी और यहां न्याय भी भ्रष्ट है....
सत्ता विपक्षी और यहां न्याय भी भ्रष्ट है....
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